बारह दिनों तक चली कार्याशाला का विधिवत हुआ समापन
जिला परिषद इण्टर कालेज पाली में प्रशिक्षुओं ने किये अनुभव साझा
ललितपुर ब्यूरो बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक व्यवहार की शिक्षा भी दिये जाने से वह राष्ट्र उन्नति में सहायक होंगे। इसके अलावा बच्चों के मानसिक, शारीरिक और शैक्षिक विकास के लिए शिक्षक एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करता है। यह बात बृहस्पतिवार को जिला परिषद इण्टर कालेज पाली में डी.एल.एड. प्रशिक्षुओं के बारह दिवसीय कार्याशाला के समापन अवसर पर वक्ताओं द्वारा कही गयी। यह कार्यशाला विगत 13 से 24 मई तक आयोजित की गयी थी, जिसका आज कार्यशाला आधारित गतिविधियों का समापन हो गया।
इस दौरान डी. एल.एड. प्रशिक्षुओं ने अपने 12 दिन के अनुभव व्यक्त किये तथा कार्यशाला में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा हुई। कार्यशाला पर्यवेक्षक मुहम्मद अली ने शैक्षिक क्रिया को प्रभावी बनाने के टिप्स बताये। समन्वयक के.एल. चौधरी ने बताया कि शिक्षा प्रजातांत्रिक व बाल केन्द्रित होना चाहये। रिसोर्स पर्सन श्यामलाल चौरसिया सर ने बताया कि बच्चे राष्ट्र के कर्णधार है। अत: उनका सर्वागींण विकास आवश्यक है। शिक्षक मलिक ने छात्रों के विकास में खेल योग व नैतिक शिक्षा के योगदान पर प्रकाश डालते हुये उसकी विस्तृत जानकारी दी। आलोक त्यागी सर ने बताया कि अध्यापक को बालकों के भविष्य को लेकर हमेशा सजग रहना चाहिए। कृष्ण कुमार चौरसिया सर ने बताया कि वर्तमान समय मे शिक्षा और संस्कारों में गहरा संबंध है। बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाने पर बल दिया। सभी प्रशिक्षुओं के लिए समन्यवक के. एल. चौधरी ने अपने जीवन मे आगे बढऩे की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर देव चौरसिया, राजेश कुमार, नरेन्द्र प्रताप, अमित कुमार, प्रमोद कुमार, देवेंद्र कुमार प्रवक्ता सहित सभी डी.एल.एड. प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
रिपोर्ट देवेंद्र साहू