जीआरपी थानाध्यक्ष के अथक प्रयास से शताब्दी में खोया हुआ बैग व सामान वापिस मिला


ललितपुर ब्यूरो जीआरपी थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के अथक प्रयासों से शताब्दी एक्सप्रेस के कोच सी—12 की बर्थ संख्या 34 में रेलवे स्टेशन की प्लेटफार्म ड्यूटी में तैनात आरक्षी 312 शफीक अहमद को एक लावारिश बैग मिला। बैग में लगभग 2,9,0000 (दो लाख नब्बे हजार रुपया) का सामान इत्यादि रखा था। जिसे पूर्ण जिम्मेदारी निर्वहन करते हुए उसके स्वामी को तलाश कर सुपुर्द कर दिया गया।
      बताया गया है कि रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म पर ड्यूटी में तैनात आरक्षी 312 शफीक अहमद को विगत 22 मई को शताब्दी एक्सप्रेस के कोच सी—12 की बर्थ संख्या 34 में किसी यात्री का बैग लावारिश हालत में मिला। उक्त आरक्षी बैग थाना लेकर आया, जिसकी तलाशी लेने पर उक्त बैग में एक अदद दूरबीन, 4000 रुपया विदेशी मुद्रा, एक पावर बैंक, एक चार्जर मोबाइल, एक ब्लूटूथ इयरफोन सैमसंग व एक पासपोर्ट भोपाल म.प्र. निवासी धीरेन्द्र यादव पुत्र के.एल. यादव का प्राप्त हुआ। प्राप्त पासपोर्ट के आधार पर उक्त यात्री से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया परन्तु सम्पर्क नही हो सका। थानाध्यक्ष जीआरपी संजय कुमार सिंह द्वारा मय आरक्षी मो.अब्दुल समद के उक्त ट्रेन के अगले सभी ठहराव के स्टेशनों पर लावारिस हैण्ड बैग व धीरेन्द्र यादव के पासपोर्ट प्राप्त होने के सम्बन्ध में सूचना का प्रसारण कराया गया। साथ ही साथ उक्त ट्रेन के ठहराव के समस्त जीआरपी व आरपीएफ को इस सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी। काफी जद्दोजहद के बाद उक्त बैग के स्वामी धीरेन्द्र यादव से सम्पर्क हो सका। उन्होंने बताया कि वह विगत 22 मई को ट्रेन क्रमांक 12002 शताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली से हबीबगंज की यात्रा कर रहा था और हबीबगंज स्टेशन पर उतरते समय अपना एक हैंडबैग भूल गया, बैग को काफी तलाश किया बाद में बैग गुम हो जाने की शिकायत दर्ज कराने स्टेशन पर पहुंचे, तभी ज्ञात हुआ कि जीआरपी ललितपुर द्वारा मेरा खोया हुआ बैग बरामद कर लिया गया। बैग मालिक द्वारा बैग लेने भेजे गए प्रवीण गुप्ता ने जीआरपी ललितपुर द्वारा खोये हुए बैग लौटाने पर भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस सराहनीय कार्य को अंजाम देने में जीआरपी थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, आरक्षी शफीक अहमद, मो.अब्दुल समद आदि शामिल रहे।
रिपोर्ट अमित अग्रवाल