कृषक अपनी समस्याओं के निस्तारण हेतु बराबर सम्पर्क बनाये रखें:- जिलाधिकारी

कम्पनी बाग में हुआ खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन

ललितपुर ब्यूरो जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में खरीफ उत्पादकता गोष्ठी 2018 चन्द्रशेखर आजाद पार्क (कम्पनी बाग), ललितपुर के प्रांगण में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मा. राज्य मंत्री श्रम एवं सेवायोजन, उ.प्र. शासन मनोहर लाल पंथ एवं जनपद के जनप्रतिनिधि, विधायक सदर रामरतन कुशवाहा, सांसद प्रतिनिधि प्रदीप चौबे, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश सिंह लोधी तथा कृषक प्रतिनिधि लखनलाल त्रिपाठी मंचासीन रहे। गोष्ठी में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि मा. राज्य मंत्री द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया गया। तत्पश्चात जिलाधिकारी एवं मुख्य अतिथि के द्वारा गोष्ठी में विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों का अवलोकन किया गया। 

जनपदीय अधिकारियों द्वारा गोष्ठी में किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से विभागीय योजनाओं एवं कृषि तकनीक की जानकारी कृषकों को दी गयी, जिसमें वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र दिनेश कुमार द्वारा बुआई से पहले भूमि शोधन , बीज शोधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। बताया गया कि कृषक भाई खर-पतवार से मुक्ति हेतु खेत की दो जुताई पहले से कर लें, तत्पश्चात कम्पोस्ट खाद व हरी खाद का प्रयोग कर भूमि शोधन करें। कृषक भाई जनपद के प्रमाणित एवं गुणवत्तापूर्ण बीज का प्रयोग करें। मृदा परीक्षण अवश्य करायें तथा मानक के अनुसार उर्वरक का प्रयोग करें। साथ ही रसायन कृषक वैज्ञानिक एवं कृषि तकनीकी सहायक से सलाह लेकर ही प्रयोग करें और उन्हें अवश्य बतायें कि खेत में चौड़ी पत्ती या सकरी पत्ती वाली खर-पतवार नाशी है, जिससे वह प्रमाणित रसायन आपको उपलब्ध करा सकें। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा.एस.के. शाक्य द्वारा पशुओं को धूप से बचाने की बात कही गयी। यदि गर्मियों में पशु हांफकर गिर जाते हैं या मुंह से छाग आते हैं तो उन्हें ठण्डे पानी में बोरे को भिगोकर शरीर को ढाक दें, जिससे शीघ्र पशु को आराम हो जायेगा। साथ ही कृषकों को सलाह दी गयी कि कृत्रिम गर्भाधान अवश्य करायें ताकि पशुओं का नस्ल सुधार हो सके। इसके पश्चात जिला उद्यान अधिकारी सुघर सिंह द्वारा फलों-फूलों शिमला मिर्च, आंवला, अमरूद, नीबू के लागत एवं अनुदान के बारे में जानकारी दी गयी। उप निदेशक कृषि संतोष कुमार सविता द्वारा खरीफ फसल की तैयारी एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। बताया गया कि जनपद में अच्छे किस्म के बीज एवं उर्वरक व रसायन की उपलब्धता माहवार सुनिश्चित कर ली गयी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ 2018 में बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई  है। कृषक भाई अपना बीमा अवश्य करायें। कृषक प्रतिनिधि राजपाल द्वारा राजकीय नलकूप प्रत्येक विकासखण्डों में लगाये जाने की मांग की गयी, लाखन सिंह ने मांग रखी कि के.सी.सी. बनाये जाने हेतु पूर्ण पारदर्शिता बरती जाये तथा बैंक में दलाली प्रथा रोकने हेतु सख्त कार्यवाही की जाये। केहर सिंह बुन्देला एवं नवनीत शर्मा द्वारा खरीफ एवं रबी का बीमा क्लेम निर्धारित समयानुसार कृषकों को प्राप्त कराने की मांग रखी गयी एवं जनपद को सूखा घोषित कराया जाये तथा जाखलौन पम्प कैनाल की लीकेज ठीक कराया जाये। 

जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह द्वारा कृषकों द्वारा उठायी गयी समस्याओं एवं शिकायतों का निस्तारण शीघ्र कराने का आश्वासन दिया गया तथा बताया गया कि कृषक भाई अपनी समस्याओं के निस्तारण हेतु बराबर सम्पर्क बनाये रखें। उन्होंने  बताया गया कि अन्ना पशुओं के निदान हेतु कल्यानपुरा गौवंश आश्रय स्थल के माडल अनुरूप दुधई, बंगरिया, पुलवारा, कारी पहाड़ी, गिरार, अमझरा में कार्य किया जा रहा है। साथ ही मनरेगा योजनान्तर्गत चारागाह, बंदी, कूप के गहरीकरण, तालाब आदि दिखने वाले कार्य कराये जायेंगे। मौके पर सोबरन सिंह पाचैनी एवं ग्राम प्रधान मर्हरा भैयन यादव द्वारा 11-11 हजार रूपए का चेक प्राप्त कराकर सदस्यता ग्रहण की तथा अनुरोध किया गया कि गौवंश आश्रय स्थल हेतु अधिक संख्या में सदस्यता ग्रहण करें। गोष्ठी में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने अपने उदबोधन में बताया कि शासन की योजना जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा तथा आवश्यकतानुसार शासन से मांगे की जायेंगी तथा अधिकारी भी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पूर्ण मनोयोग से कार्य करें एवं किसी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरतें। 


अंत में उप निदेशक कृषि संतोष कुमार सविता ने उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का आभार प्रकट किया। 
रिपोर्ट अमित अग्रवाल